भूमि पर कब्जा नहीं मिलने से बुजुर्ग किसान ने मांगी इच्छा मृत्यु

  अपराध संवाददाता 

हैदर गढ़, बाराबंकी : हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र के वलीनगर मजरा मंसारा गांव में किसान को उसकी जोत पर कब्जा न मिलने पर उसने तहसील दिवस में पत्र देकर इच्छा मृत्यु मांगी है। जबकि राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम की पैमाइश के बाद यह हालात है। यूं कहे 70 वर्ष गरीब व बुजुर्ग किसान की सुनाई नहीं हो रही है। जिसका फायदा दबंग व्यक्ति उठा रहे है। इसी का नतीजा है कि उक्त गांव के काश्तकार को कब्जा नहीं मिलने पर शनिवार तहसील समाधान हैदरगढ़ में एक बार फिर शिकायत की है। पत्र में 22 सिंतबर को इच्छा मृत्यु की बात जाहिर की है।  क्योंकि वह तहसील व थाने के चक्कर काट कर परेशान है।

दबंगों ने कब्जा कर रखी है आधी जमीन

हैदरगढ़ तहसील (असन्द्रा थाना) क्षेत्र के वलीनगर मजरा मंसारा गांव निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग व पीड़ित इम्तियाज़ पुत्र जब्बार का कहना है कि उसकी जोत की भूमि गाटा संख्या 1062 रक्बा 203 हेक्टेयर पर विपक्षी नौशाद अली व आबिद अली आधे पर जबरन अपनी दबंगई के बल पर काबिज है। जबकि वह इस खतौनी का खातेदार भी नहीं है। इसकी शिकायत पर 25 अगस्त को एसडीएम हैदरगढ़ सुमित महाजन द्वारा गठित टीम ने काश्तकार इम्तियाज की भूमि की चिन्हित भी की। विपक्षियों ने तीन दिवस में जमीन खाली करने का आश्वासन दिया। लेकिन 4 सिंतबर कानूनगो वीरेंद्र प्रताप की स्थानीय जांच रिपोर्ट में विपक्षी कब्जा मिला। यह आख्या एसडीएम को सौंपी गई। 

हल्का इंचार्ज पर कार्यवाही न करने का आरोप

इस बाबत एसडीएम ने पत्र में थानाध्यक्ष अमर कुमार चौरसिया द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मामले में हलका दरोगा श्रीराम पर विपक्षियों की जुबान बोलने का आरोप है। जिससे काश्तकार को कब्जा नहीं मिल रहा है। आरोपी इमरान उर्फ बबलू पुत्र नौशाद, हाफिज अली व वाहिद अली पुत्र आबिद अली जबरन काबिज है। पीड़ित ने शनिवार को आयोजित तहसील समाधान दिवस में शिकायत में इच्छा मृत्यु का ज्रिक किया है। उसके मुताबिक 22 सिंतबर को वह इच्छा मृत्यु का संकल्प लिया है। फिलहाल अब यह देखना बड़ी बात होगी की पीड़ित के द्वारा दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र पर अधिकारियों के द्वारा संज्ञान लेकर कोई उचित कार्रवाई की जाती है या शिकायत को यूं ही ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

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