सगीर अमान उल्लाह
बाराबंकी : कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर अपना कार्य करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
यह जानकारी देते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद बाराबंकी के जिला अध्यक्ष डा आर पी सिंह विसेन मंत्री,अनुज कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष डा धर्मेंद्र कुमार सिंह तथा संघर्ष समिति के चेयरमैन डा कमल कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि अटेवा द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए चलाए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में आज जनपद बाराबंकी के कर्मचारियों द्वारा काला फीता बांधकर काला दिवस मनाया गया।परिषद के जिला अध्यक्ष डा आर पी सिंह बिसेन ने बताया की 1 अप्रैल 2005 को पुरानी पेंशन व्यवस्था समाप्त कर नई राष्ट्रीय पेंशन व्यवस्था लागू की गई थी जो कर्मचारियों के हित में कतई नहीं है। यदि यह राष्ट्रीय पेंशन व्यवस्था वास्तव में अच्छी है तो नेता विधायक तथा मंत्री गण यह राष्ट्रीय पेंशन व्यवस्था क्यों नहीं अपनाते। पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी है।
परिषद की संघर्ष समिति के चेयरमैन डा कमल कुमार सिंह ने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में दिनांक 16 अप्रैल 2023 को पुरानी पेंशन बहाली के लिए सभी जनपद मुख्यालय पर पेंशन संविधान मार्च निकाला जाएगा।
इसी क्रम में आज जिला चिकित्सालय बाराबंकी के कर्मचारियों द्वारा काला फीता बांधकर परिषद के जिलाध्यक्ष आर पी सिंह विसेन के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया जिसमें मुख्य रुप से पीएमएस संवर्ग के डॉ मुदित मेहरोत्रा, डॉ वीरेंद्र सिंह, नर्सिंग संवर्ग से अनिल जायसवाल, सुषमा, उषा, माधुरी कनौजिया, गीता यादव, अंजू शुक्ला, आशा रानी, कान्ति उर्मिला तथा अन्य संवर्गों के जे पी नायक, मनोजकुमार सहित बहुत सारे कर्मचारियों ने भाग लिया।
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