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चाइल्ड फंड इंडिया के सहयोग से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम

   सगीर अमान उल्लाह

  बाराबंकी : देश के विकास के लिए यह आवश्यक है कि महिलाएं शिक्षित होकर आत्मनिर्भर बनें। महिलाएं शिक्षित होकर अपने अधिकारों के प्रति जब जागरूक होगी तभी आर्थिक एव सामाजिक दृष्टि से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होगी। 

उक्त बातें बुधवार को शिव गंगा उपवन मैरिज लॉन में प्रसार संस्था एव यूरोपियन यूनियन, बॉर्नफोड़ेंन चाइल्ड फंड इंडिया के सहयोग से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने कही उन्होंने कहा कि बालिकाएं शिक्षित होकर अपने परिवार समाज के उन्नति में विशेष योगदान दे सकती इसलिए बालिकाओं को शिक्षा अवश्य दिलाये उन्होंने कहा कि कोशिश होनी चाहिए कि भूमि की मालिक महिलाएं हो जिससे सरकार द्वारा चलायी जाने वाली योजनाओं का लाभ महिलाओं को मिल सके।

 बाल विकास सुपरवाइजर निहारिका ने कहा कि महिलाएं आज भी भयमुक्त नहीं हो पाई हैं। यह तभी हो सकता है जब महिलाएं अपनी लड़ाई लड़ने के लिए खुद आगे आएं।प्रभारी निरीक्षक शिवनरायन सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं का आहवान करते हुए कहा कि हर महिला का सम्मान करें। इंसान को यह नहीं भूलना चाहिए, कि नारी द्वारा जन्म दिए जाने पर ही वह दुनिया में अस्तित्व बना पाया है और यहां तक पहुंचा है। उसे ठुकराना या अपमान करना सही नहीं है। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी, दुर्गा व लक्ष्मी आदि का यथोचित सम्मान दिया गया है अत: उसे उचित सम्मान दिया ही जाना चाहिए। महिला उपनिरीक्षक माया यादव ने कहा कि आज की महिलाओं का काम केवल घर गृहस्थी सम्भालने तक ही सीमित नही है महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरुषों की तरह सबल है। परिवार या व्यापार में आज महिलाओ ने यह साबित कर दिया है कि वे हर काम करके दिखा सकती है। उन्होंने कहा कि जैसे जैसे महिलाओ को शिक्षा मिल रही हैं उनकी समझ में व्रद्धि हो रही है और खुद को आत्मनिर्भर बनाने की सोच एव इच्छा उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के जरिये महिलाओ ने अपने ऊपर विश्वास करना सीखा है।और घर के बाहर की दुनिया को जीत लेने का सपना बुना है। जिसे काफी हद तक पूरा भी किया है। उपनिरीक्षक ने सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के प्रति जारी हेल्पलाइन नम्बरो की जानकारी दी।प्रसार संस्था के सचिव शिशुपाल यादव ने आभार जताते हुए कहा कि आज यह वह महिलाएं है जो चूल्हे से निकलकर चौपाल तक आयी है। प्रदेश के 10 जिलों में 15 हजार महिलाओं को संस्था से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। संस्था मसौली  ब्लाक के 12 ग्राम पंचायतों के 15 राजस्व ग्रामो में काम कर रही तथा 68 किसान समूह के 1532 महिला सदस्य हैं जिन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है।इस मौके पर  राजकुमार सोनी, मण्डल अध्यक्ष विनीत वर्मा, सीएचसी बड़ागांव के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी आशाराम चौधरी, भावना राणा , महिमा मौर्य, रीतू वर्मा, अभिषेक सिंह, आरती वर्मा,बबिता, गोविंद, काजल सहित करीब दो सौ महिला सदस्य मौजूद रही।

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