समाज में शान्ति बनाये रखने के लिए युवाओं में दीनी जागृकता जरूरी - बिलाल अब्दुलहई हसनी नदवी
लखनऊ। गत रात्रि दारूल-कुरआन व जामियतुज्जोहरा लिलबनात अल इस्लामिया शाख दारूल उलूम नदवतुल उलमा, लखनऊ के तत्वाधान में एक जल्सा इस्लाह मुआशरा व तालीमी मुजाहिरा व दस्तारबंदी का आयोजन मैरिज महल व हैदरी मस्जिद, बाबा हजारा बाग, ठाकुरगंज लखनऊ में किया गया। जिसकी सदारत मौलाना कफील अहमद नदवी ने की। जल्से का आग़ाज़ फातिमा शाहिदीन की तिलावत से हुआ। उसके बाद बारगाहे रिसालत में नज़राना यासमीन इस्लाम ने पेश किया। इस अवसर पर क्षात्राओं ने संवाद और विभिन्न विषयों पर भाषण दिया।
आरम्भ में मौलाना सय्यद बिलाल अबदुलहई हसनी नदवी ने समाज सुधार पर भाषण देते हुए कहा समाज के बिगाड़ की एक बुनियादी वजह यह भी है कि हम निकाह को कठिन बनाते जा रहे हैं। जबकि निकाह बहुत आसान है मगर उसे गैर शरई रस्म व रिवाज ने मुश्किल बना दिया है जिसके खिलाफ मुस्लिम समाज के जिम्मेदारों और खास तौर पर उलमा किराम को इस के खिलाफ मुहिम चलानी होगी तभी जहेज व फुजूल खर्ची की लानत का खातमा मुम्किन है। जिस शादी में जहेज की मांग हो और गैर इस्लामी है तो ऐसी शादी ब्याह से इजतिनाब किया जाये अगर हम चाहते हैं कि हमारा मुआशरा पुर सुकून हो और हर तरह की बुराईयों से पाक हो तो हमें अपने नौजवानों में देनी बेदारी पैदा करने की कोशिश करनी होगी।
इस मौका पर सदर जलसा मौलाना कफील नदवी ने अपने सदारती खुतबे छात्राओं को नसीहतें कीं। और कहा इस्लामी तालीमात ने इन्सान पर सिर्फ अपनी इस्लाह की जिम्मेदारी आइद नहीं की बल्कि अपने घरवालों की इस्लाह की जिम्मेदारी भी डाली है। सदर जलसा ने ही अपने हाथों से क्षात्राओं को इनामात बांटे।
मौलाना फखरूद्दीन तय्यब ने कहा कि हर इलाके में संजीदा अफराद पर मुश्तमिल कमेटी तशकील करके कारकर्दगी का यौमिया हदफ मुतय्यन किया जाये ताकि इस्लाह मुआशरा का पैगाम हर शख्स तक पहुंचे। डा0 उबैदुर्रहमान नदवी ने कहा कि बच्चा अगर एक ऐसे मुआशरे में पैदा हो जिस जगह के अफराद पढ़े लिखे, बाशऊर और बाअखलाक हों तो फित्री तौर पर वो बच्चा अच्छे अखलाक का मालिक होगा।
मौलाना जावेद अखतर नदवी ने कहा कि हर घरका जिम्मेदार अपने अपने घरों से बुराईयों का खातमा करे और मदारिस इस्लामीया और उलमा से अपना रिश्ता मजबूत करके बच्चों को देनी तालीम की हुसूलयाबी के लिए मदारिस में भेजें।
इस मौका पर कारी रजी उद्दीन सिद्दीकी, मौलाना कलाम उद्दीन नदवी, मौलाना आदिल नदवी, कारी जाबिर रहमानी, मुफ्ती दिलशाद अहमद नदवी, डा0 अब्दुल माजिद, जमालुद्दीन, सलमान, फहद, अरफात, हमजा, फराज़, ऐडवोकेट असद इरशाद, डा0 मोहम्मद हिफ्जर्रहमान, ऐडवोकेट जीशान अलवी, मोहम्मद सैफ नावेलटी क्लॉथ हाउस वगैरा शरीक थे। आखिर में मौलाना शाहिदीन नदवी ने तमाम मेहमानों और उलमाए किराम का शुक्रिया अद किया।
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