इरशाद खान
बाराबंकी : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. इन्दिरा गांधी विलक्षण प्रतिभा की धनी,निडर महिला थी, उनका लोहा उनके विरोधी भी मानते थे। देश में लगातार दो सूखे के दौरान इन्दिरा ने प्रधानमंत्री पद संभाला था,सूखे पर काबू पाने के लिये और खाद्यान्न के मामले में राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता को बढावा देने के लिये हरित क्रान्ति योजना चलायी जिसकी सफलता के कारण अनाज के मामले में देश आत्मनिर्भर बना, अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में ही इन्दिरा जी ने भारत के लोगों को देश की संपति का असली मालिक बनाकर खेतों और कारखानों दोनों जगहों से सामन्तवाद का खात्मा करके देश के संशाधन को लोगो तक पहुंचाया। आज हमारी प्रिय नेता हमारे बीच नही हैं कुछ सिरफरों ने उनकी हत्या करके उन्हें हमसे छीन लिया,आज उनकी जयंती के अवसर पर हम कांग्रेसजनों के साथ उनको नमन करते हैं।
उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्यजोन के अध्यक्ष तनज पुनिया ने आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी के जयन्ती के अवसर पर पूर्व सांसद डॉ.पी.एल.पुनिया के ओबरी आवास पर आयोजित गोष्ठी में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के पश्चात् कांग्रेसजनो के बीच व्यक्त किया जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मो. मोहसिन तथा संचालन नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला ने किया। ओबरी आवास पर आयोजित गोष्ठी के पूर्व छाया चौराहे इन्दिरा मार्केट स्थित कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेसजनो ने इन्दिरा गांधी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया।
ओबरी आवास पर आयोजित गोष्ठी को सम्बोधन करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मो. मोहसिन ने कहा कि हमारी नेता स्व. इन्दिरा गांधी देश की सर्वमान्य निडर नेत्री थी जिन्होंने कभी विकास को अपना अन्तिम लक्ष्य नही माना। 1971 के चुनाव में जब वृहद गठबन्धन ने इन्दिरा हटाओं, देश बचाओं का नारा दिया तब हमारी नेता ने ‘‘ वे कहते हैं इन्दिरा हटाओं, हम कहते हैं गरीबी हटाओं ‘‘ के नारे के साथ गठबन्धन को मुंहतोड़ जवाब देकर पराजित किया। 1961 में गोवा की मुक्ति, 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति, चीन के साथ 1962 में तथा पाकिस्तान के साथ 1965 के दो युद्धों के बावजूद भी सत्तर के दशक में आपके प्रयासों ने आर्थिक विकास में भारी वृद्धि की, बैंका का राष्ट्रीयकरण, एकाधिकार आयोग की स्थापना, पेंटट अधिनियम पारित होना, प्रवीपर्स की समाप्ति उनके ऐसे ऐतिहासिक कार्य थे जिन्होंने उन्हें आवाम का मसीहा बना दिया और आवाम व देश की सुरक्षा करते हुए 19 नवम्बर 1917 को जन्मी हमारी प्रियनेता 31 अक्टूबर 1924 को अपने वसूलों पर बलिदान हो गयी। आज उनकी जयंती के अवसर पर हम उनको नमन करते हुए कांग्रेस परिवार के साथ श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय एवं ओबरी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में मुख्य रूप से तनुज पुनिया, मो. मोहसिन, राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, सरजू शर्मा, इरफान कुरैशी, सिकन्दर अब्बास रिजवी, रामहरख रावत, के.सी.श्रीवास्तव, कमल भल्ला, अजीत वर्मा, संजीव मिश्रा, अम्बरीश रावत, सोनम वैश्य, धनंजय सिंह, मो. आरिफ, रामकुमार लोधी, रामचन्दर वर्मा, फरीद अहमद, सद्दाम हुसैन सहित दर्जनो की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थें।
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