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देवा में व्याप्त भ्रष्टाचार,चरम पर कार्यवाही ना होने पर सीएचसी का घेराव


जनकल्याण किसान एसोसिएशन ने दिया ज्ञापन

सगीर अमान उल्लाह

बाराबंकी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर जनकल्याण किसान एसोसिएशन ने आवाज उठाते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, प्रमुख सचिव स्वास्थ्यविभाग एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाराबंकी को रजिस्टर्ड डाक द्वारा ज्ञापन प्रेषित किया है संगठन के चेयरमैन धर्म कुमार यादव के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पर मौजूद अतिरिक्त मजिस्ट्रेट गुरु सहाय निगम को दिए गए ज्ञापन में दर्शाया गया है कि  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा में अवैध वसूली भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। जिसमे अस्पताल अधीक्षक की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा में प्रति अल्ट्रासाउंड मरीज से अल्ट्रासाउंड डॉक्टर द्वारा ₹150 धन उगाही करने के बाद ही उसका अल्ट्रासाउंड किया जाता है। जिसकी मध्यस्ता वार्ड बॉय  द्वारा की जाती है। यदि किसी मरीज को आयरन का इंजेक्शन लगवाना हो तो उससे ₹50 से लेकर ₹100 तक बेड चार्ज के रूप में फर्मासिस्ट एवं वार्ड बॉय द्वारा लिया जाता है। कुत्ता काटने वाले इंजेक्शन को लगाने के लिए ₹20 से लेकर ₹50 तक फार्मासिस्ट द्वारा लिए जाते हैं। स्टाफ नर्सो द्वारा प्रशव कराने के लिए ₹1500 से लेकर ₹2000 तक प्रशव पीड़िताओं/तीमारदारों से लिया जाता है। बिना रुपए लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र भी नहीं दिया जाता है।आशाओं का मानदेय निकालने के लिए पहले ₹200 ले लिया जाता है तब उनका मानदेय उनके खाते में भेजा जाता है।अस्पताल  में  कुछ ऐसे कर्मचारियों/आशाओ को चयनित किया गया है जिनके बैंक खातों में अन्य आशाओं का पैसा काट कर भेजा जाता है फिर बंदरबांट  किया जाता है। जिससे आशा बहुएं पीड़ित है परन्तु अपनी आवाज उठाने में मजबूर हैं।उक्त के सम्बन्ध में  समस्त आशाओ के बैंक खातों की जांच करा कर उपरोक्त बंदरबांट का खुलासा किया जाए।सर्पदंश वाले मरीज से ₹800 से लेकर ₹1500 तक वसूली की जाती है।

छोटी छेरिया की आशा नीलम वर्मा के प्रार्थना पत्रों पर निष्पक्ष जांच कराने हेतु गांव गांव जाकर मरीजों/लाभार्थियों से बयान दर्ज कराये जाए। अस्पताल अधीक्षक राधेश्याम गौड़ के कार्यकाल के दौरान सरकार द्वारा उपलब्ध धन व व्यय की जांच कराई जाए।

 संगठन की उपरोक्त मांगों को दृष्टिगत रखते हुए जनहित में उच्च स्तरीय टीम द्वारा गांव गांव जाकर निष्पक्ष रुप से मरीजों/लाभार्थियों द्वारा लिए गए बयानों की वीडियो रिकार्डिंग कराते हुए उचित कार्यवाही करने की अपील की है।आगे चेयरमैन ने यह भी कहा है कि यदि 15 दिनों में संबंधित भ्रष्टाचारियों के खिलाफ उचित कार्यवाही नहीं की गई तो संगठन जनता की समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा पर धरना प्रदर्शन करने के साथ ही विधिक कार्यवाही हेतु माननीय न्यायालय की शरण भी लेने के लिए बाध्य होगा।दो माह पूर्व से संगठन द्वारा अस्पताल में  व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है परंतु भ्रष्टाचारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

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