मोहम्मद इमरान खान
उन्नाव। रविवार को मरकज़ी सीरत कमेटी बलाए किला के बैनर तले जुलूसे मोहम्मदी पूरी मोहब्बत व अकीदत के साथ निकला गया। उन्नाव मे दशहरे का प्रोग्राम को देखते हुए मरकजी सीरत कमेटी ने इस बार जुलूस ए मोहम्मदी का जुलूस दो बजे ना निकालकर सुबह दस बजे जुलूस का आगाज हुआ जिसमे कम से कम सौ अंजुमनों जुलूसए मोहम्मदी में हिस्सा लिया अंजुमनों ने झंडों के साथ मोहम्मद के नारे बुलंद करते हुए जुलूस को निकाला गया। जुलूस की निगरानी में एसडीएम अंकित शुक्ल, सीओ सिटी आशुतोष कुमार व अंडर ट्रेनी सीओ दीपक सिंह व कोतवाली प्रभारी आदि मय फोर्स मौके पर मौजूद रहा। जुलूस से पहले जामा मस्जिद में परचम कुशाई हुई। इसमें शहर काजी मौलाना निसार अहमद मिस्बाही ने तकरीर व खिताब कर जुलूस का आगाज किया। उन्होंने कहा कि अल्लाह के नबी व सहाबा से मोहब्बत करना ईमान का हिस्सा है। जुलूस में सबसे आगे उलेमा शामिल हुए और रिसाअत की आवाज बुलंद कर रहे थे। नबी की आमद मरहबा व आका की आमद मरहबा पर लोग झूम रहे थे। दावते इस्लामी के लोग नाते रसूल पढ़ते जा रहे थे और लोगों के नेक आमाल करने और नमाज की अदायगी पर जोर दे रहे थे। जामा मस्जिद से शुरू हुआ जुलूस अपने निर्धारित मार्ग से होता हुआ किला मैदान से उठ कर वापस तालिब सराय होता हुआ किला पर पहुंचा । जुलूस अपने निर्धारित समय से इस बार जुलूस चार घंटे पहले निकाला गया। संगठनों के कार्यकर्ताओं समेत जिला प्रशासन ने जुलूस को व्यवस्थित करने में अहम भूमिका निभाई। इस बार जुलूस में शामिल लोगों ने जुलूस को टाइम से चार घंटे पहले निकाल कर दूसरे धर्म के जुलूस का भी खास ख़्याल करते हुए मानवता की मिसाल क़ायम की। वही जुलूस अपने निर्धारित मार्गो से होता हुआ किला में ले जाकर सकुशल सम्पन्न हुआ।
जुलूसए मोहम्मदी में निसार अहमद मिस्बाही काजी शहर, मौलाना नईम, मौलाना फैज़, हाफ़िज़ शफीक,कारी समी,हाफिज नजमुद्दीन, हाफ़िज़ जमाल आदि दीगर शहर के उल्लमाए दीन उपस्थित रहे।
मरकज़ी सीरत कमेटी के पदाधिकारियों की निगरानी में जुलूसए मोहम्मदी बहुत अमन व चैन के साथ निकाला गया मरकज़ी सीरत कमेटी के पदाधिकारियों में अतहर अली लाले अध्यक्ष, जियाउद्दीन सिद्दीकी महामंत्री, सैयद नुजहत अली हाशमी संरक्षक, मोहम्मद इमरान खान मानू , काशिफ शाह, रिज़वान,मोना,शरीफ, नौशाद व आदि लोग उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ