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बाराबंकी : गांधी भवन में सद्भावना मुशायरे का आयोजन,देश के मशहूर शायरो ने पेश किए अपने कलाम

   सगीर अमान उल्लाह

  बाराबंकी। 75 आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर गांधी भवन में उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी की जानिब से सद्भावना मुशायरे आयोजित किया गया वतन से मोहब्बत ईमान का हिस्सा है जब दिलों में मोहब्बत परवान चढ़ेगी इंसानियत का पैगाम आम किया जाएगा तो दुनिया की कोई ताकत समाज और मुल्क की तरक्की को रोक नहीं सकती।

   उक्त विचार आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर मुशायरे के मुख्य अतिथि स्वामी मुरारी दास ने व्यक्त किए उन्होंने कहा कि समाज में उथल-पुथल  असमानता नैतिकता का पतन शीश पर है इससे देश को बचाने का एक ही इलाज है और वो मोहब्बत व इंसानियत है,जोहर कानपुरी की अध्यक्षता और वासिफ फारुकी के संचालन में आयोजित इस सद्भावना मुशायरे के आयोजक उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी के सदस्य राजा कासिम ने प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि सुधीर तिवारी प्रशांत कुमार मिश्रा संतोष सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

   इस अवसर पर उर्दू पत्रकारिता में योगदान के लिए वरिष्ठ पत्रकार  हसमत उल्ला रोजनामा इंकलाब के ब्यूरो चीफ तारिक खान, इंसानियत के अध्यक्ष तारिक जिलानी जफर हयात एडवोकेट प्रशांत कुमार मिश्रा सुधीर तिवारी संतोष सिंह रजा रिजवी वा जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र वर्मा  को स्मृति चिन्ह सम्मानित देकर सम्मानित किया गया इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी की तरफ से तमाम कवियों और शायरों को गुलदस्ता  स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया,गुले सबा, ने देश भक्ति का गीत गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया शायरों में जोहर कानपुरी  वासिफ फारुकी रामप्रकाश बेखुद संजय मिश्रा,शौक शोएब अनवर सलीम सिद्दीकी,फ़ैज़ खुमार, रुस्तम इलाहाबादी शकील गयावी  सगीर नूरी आदर्श बाराबंकवी  इरशाद बाराबंकवी सलीम ताबिश हर्षित मिश्रा शहबाज तालिब प्रियंका शुक्ला श्रद्धा बाजपाई शमीम बाराबंकवी जमीर   मखमूर  काकोरी  नसीर अंसारी ने अपना कलाम पेश किया इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से  अख्तर जमाल उस्मानी परवेज अहमद  चौधरी शोएब मलिक अमीनुद्दीन उबेद अशहद सलमान बाबा कारी अली अहमद आसिम हसन कमर हयात फराज अख्तर ताज बाबा राइन धीरज शर्मा अंबर सलमान सल्लू इस्लाम हीरो अब्बास जैदी जीशान अनवर फैजान अनवर  मारूफ मामू समेत जिले के कई  गणमान्य हस्तियां उपस्थित  रही अंत में कार्यक्रम का आयोजक राजा कासिम ने आए हुए  कवियों का  श्वेता का आभार व्यक्त किया।

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