सगीर अमान उल्लाह
बाराबंकी। चिलचिलाती धूप और चिपचिपाती गर्मी से परेशान लोगो के साथ ही आज दोपहर हुई तेज बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी। दोपहर 2:00 बजे से हुई झमाझम बारिश धान की रोपाई कर रहे किसानों के लिए वरदान साबित हुई। एक तरफ जनपद में कुछ दिन पहले बारिश ना होने वजह से धान की रोपाई करने में अधिक से अधिक धन खर्च हो रहा था जो किसान के लिए सुखद नहीं था।
ग्राम पंचायत गदिया फरिस्तीपुर के ठाकुर शैलेंद्र सिंह व उनके सहयोगी किसान भाइयों नें बताया कि इस महंगाई के दौर में किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, मंहगे डीजल, खाद,बीज, खेत की जुताई व धान की रोपाई मे अनेकों समस्याएं आ रही है। इधर सही समय से बारिश नहीं हुई है और जो धान की रोपाई की गई है वह सिंचाई सही समय से ना होने की वजह से सूख रही है। एक बीघा खेत सिंचाई करने के लिए लगभग 5 से 6 लीटर डीजल लग जाता है अगर इसी तरह मौसम ने किसान भाइयों का साथ दिया तो इस बार अच्छी फसल पैदा हो सकती है जो कि किसान भाइयों के लिए लाभदायक साबित होगी। लेकिन एक तरफ उत्तर प्रदेश की सरकार आवारा पशुओं पर लगाम नहीं लगा पा रही है जो कि किसान के खेतों की फसलों को नष्ट करने में लगे हुए है अगर प्रदेश की सरकार इन आवारा पशुओं के लिए कुछ ठोस कदम उठाती है तो किसान भाइयों के लिए बहुत ही अच्छा होगा। जिले में तमाम गौशालाओं को खोला गया जिनको करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया था वह सब विफल होते हुए नजर आ रहे हैं। किसान के लिए आवारा पशुओं को लेकर कोई नया ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि किसान की फसलों की रक्षा की जा सके।
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