सय्यद अमान
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। जहा एक मां की मौत के बाद उसके शव के साथ उसकी बेटी 8 दिनों तक बैठी रही। दुर्गंध उड़ने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी । मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेजा है और पीएम में मौत की वजह साफ ना होने पर विसरा जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस बेटी से पूछताछ कर रही है।
घटना लखनऊ इंदिरानगर के पाश इलाके मयूर रेजीडेंसी की है। जहा 61 वर्षीय सुनीता दीक्षित अपनी 26 वर्षीय बेटी अंकिता दीक्षित के साथ काफी समय से रह रही थी। मां बेटी ज्यादा कालोनी में किसी से ताल्लुक नहीं रखती थी। लेकिन बीते 18 मई को अचानक इस घर से आती दुर्गंध ने सबको बेचैन कर दिया। लोग घर के बाहर पहुंचे और मां बेटी को आवाज लगाई लेकिन अंदर से कोई हलचल नहीं हुई। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहुंची तो भी आवाज लगाने और डोर बेल बजाने पर कोई हरकत नहीं हुई। लिहाजा पुलिसकर्मी गेट फांदकर खिड़की के रास्ते अंदर दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देखकर हैरान रह गए।
घर के अंदर कमरे में बुजुर्ग महिला का शव बेड पर पड़ा और उसकी बेटी पड़ोस में सोफे पर बैठी हुई थी। शव से उड़ती दुर्गंध का भी उसपर कोई असर न था। पुलिस और फैरेंसिक टीम ने पड़ताल शुरू की और बेटी से भी पूछताछ की। लेकिन कोई सही जानकारी न मिलने पर शव को पीएम के लिए भेजा गया । पीएम रिपोर्ट में मां की मौत की वजह साफ ना होने पर विसरा सुरक्षित कर जांच के लिये भेजा गया है।
एच एल से रिटायर्ड चीफ इंस्पेक्टर थी मृतका
मृतक सुनीता दीक्षित एच एल में चीफ इंस्पेक्टर के पद से कुछ समय पहले ही रिटायर्ड हुई थी। अब पुलिस महिला की मौत की मिस्ट्री सुलझाने में जुटी है की आखिर उसकी मौत कैसे हुई। पुलिस इन सवालों में उलझी है की कही बेटी ने ही तो मां की हत्या नही कर दी और कि तो क्यों। साथ ही 8 दिनों तक खुद मां के शव के साथ क्यों घर में कैद रही। दूसरे आखिर मां की मौत की सूचना पुलिस को या पड़ोसियों सहित अपने रिश्तेदारों को क्यों नहीं दी। आखिर क्यों मौत का राज छुपाए शव के साथ ही बैठी रही।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
वही डीसीपी नार्थ एस चिनप्पा ने बताया कि थाना इन्दिरा नगर के मयूर रेजीडेंसी में बंद कमरे में एक महिला का शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है पुलिस गहनता से इस पूरे मामले की जांच कर रही है पीएम रिपोर्ट में मां की मौत की वजह साफ ना होने पर विसरा सुरक्षित कर जांच के लिये भेजा गया है।
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