छः दिन पहले मध्यप्रदेश से लखनऊ आया था गिरोह, बीती 11 जनवरी को बैंक में बुजुर्ग को झांसा देकर उड़ाई थी 50 हजार की नगदी
अपराध संवाददाता
लखनऊ। पश्चिम ज़ोन की तालकटोरा पुलिस ने अंतर्राज्यीय गिरोह की पाँच शातिर महिलाओं को गिरफ्तार किया है। वही इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने उस ऑटो चालक को भी गिरफ्तार किया है जो चोरी में इस गिरोह की मदद करता था। पुलिस ने इनके पास से 14300 रुपये व घटना में प्रयुक्त ऑटो भी बरामद किया है। इंस्पेक्टर तालकटोरा राकेश कुमार ने बताया कि 11 जनवरी को थाना क्षेत्र के पंजाब नैशनल बैंक में एक बुजुर्ग को झांसा देकर 50 हजार रुपये चोरी कर लिए गए। घटना की जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची थी और पड़ताल शुरू की। घटना के अनावरण हेतु सर्विलांस व मुखबिर तंत्र समेत ही तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इस दौरान एक फुटेज में संदिग्ध ऑटो यूपी 32 जेएन 9402 को चिन्हित किया। मामले के अनावरण हेतु विभिन्न टीम बनाई गई थी। इसी दौरान गुरुवार को मुखबिर से सूचना मिली कि जिस गिरोह की तलाश पुलिस को है उस गिरोह की महिलाएँ राजाजीपुरम के मधुवन के पास मौजूद है। मुखबिर की सूचना पर एसआई विजय कुमार व दिलीप कुमार की टीम ने मौके से कासो, शर्मिला, हीना, रोमा व करिश्मा नामक पाँच महिलाओं समेत हरदोई संडीला निवासी ऑटो चालक गोपाल को ऑटो समेत गिरफ्तार कर लिया गया व 14300 रुपये बरामद किए गए।
सूनसान इलाको पर रहती थी नजर
गिरफ्तार महिलाओं ने बताया कि वे सभी राजेगढ़ मध्यप्रदेश की हैं। छः दिन पहले ही ये सभी लखनऊ आई थी व लखनऊ में रैन बसेरों अथवा स्टेशन पर रुक जाती थी। इसके बाद सूनसान इलाकों में अथवा बैंकों में बुजुर्ग लोगो को शिकार बनाकर बनाकर नगदी चोरी करके फरार हो जाती थी। चूंकि लखनऊ के बारे में गिरोह को पूरी जानकारी नही थी इसलिए ऑटो चालक गोपाल को बुक कर लिया था जिसके बाद गोपाल ही उनका मार्गनिर्देशन करता था। 11 तारीख को गोपाल ही सभी को पंजाब नेशनल बैंक ले गया था।
मास्टर माइंड हो गई फुर्र
आरोपित महिलाओं ने बताया कि उनके साथ ही राजेगढ़ से सलमा नामक एक महिला भी आई थी। चोरी व झाँसे का पूरा प्लान वही बनाती थी। 11 को भी सलमा साथ थी। चोरी के बाद सलमा ने सभी को चार चार हजार रुपये खर्चा दिया और बीस हजार रुपये लेकर गाँव फरार हो गई। इंस्पेक्टर तालकटोरा राकेश कुमार ने बताया कि फिलहाल फरार सलमा की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
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