निखिल वाजपेयी
लखनऊ। करीब दो साल पहले यातायात अराजकता फैला रहे ई-रिक्शा को शहर के 26 प्रमुख रूटों पर प्रतिबंधित करने का फैसला लिया गया। इसके लिए कमेटी बनी। पुलिस, यातायात और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने मार्गों का सर्वे किया। लेकिन मात्र दस रूटों तक ही प्रतिबंध की कवायद दिखी। शहर यातायात अराजकता से जूझ रहा है। लेकिन, योजनाओं पर अमल के लिए जिम्मेदारों के पास वक्त नहीं है। इसका नतीजा आमजन भुगत रहा है। अब यातायात पुलिस और परिवहन अधिकारी एक दूसरे पर दोषारोपण कर पल्ला झाड़ रहे हैं।
फीडर सर्विस में चलाने का था प्लान
ई-रिक्शा वाहनों को फीडर सर्विस के रूप में चलाए जाने का निर्णय किया गया था। इसके लिए शहर के 26 मार्गों पर प्रतिबंध की तैयारी की गई थी। महज दस मार्गों पर कवायद आगे बढ़ी। इसके बाद यह फाइल ठंडे बस्ते में पहुंच गई। गौर करने की बात यह है कि तय किए दस मार्गों पर भी ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं। इन दस रूटों पर प्रतिबंधअमौसी से बाराबिरवा, हजरतगंज से बर्लिंग्टन चौराहा वाया रायल होटल, बंदरिया बाग से पालीटेक्निक चौराहा, बंदरिया बाग से हजरतगंज चौराहा, हजरतगंज चौराहे से सिकंदरबाग चौराहा, कमता पथ तिराहे से शहीद पथ मोड़ कानपुर रोड शहीद पथ तक, हजरतगंज अल्का मेफेयर परिवर्तन चौक सुभाष मार्ग, अहिमामऊ से अर्जुनगंज बाजार, रजमन चौकी से लाल बत्ती चौराहा, पिकअप पुल ढाल से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान अंडर पास रेलवे स्टेशन तिराहे तक और हजरतगंज से परिवर्तन चौक वाया अल्का मेफेयर तिराहा, प्रेस क्लब, केडी सिंह बाबू स्टेडियम इन रूटों पर ई-रिक्शा संचालन कब रुकेगा बाराबिरवा से चारबाग व तेलीबाग, बंगला बाजार चौराहे से कुंवर जगदीश चौराहा करियप्पा होते हुए बंदरियाबाग चौराहा।
यहाँ यहाँ रुकेगा संचालन
सिकंदरबाग से गोल मार्केट चौराहा, हजरतगंज से केकेसी तिराहा रायल होटल, बर्लिग्टन, राणा प्रताप मार्ग। पॉलीटेक्निक चौराहा से खुर्रमनगर, टेढ़ी पुलिया, इंजीनियरिंग कॉलेज व आइआइएम रोड तिराहा। आइटी चौराहा, कपूरथला व पुरनिया। चौक से दुबग्गा। चारबाग वाया लाटूश रोड से कैसरबाग बस स्टेशन तक। बांसमंडी से ऐशबाग चौकी हैदरगंज तिराहा। एवरेडी से बुलाकी अड्डा, नक्खास होते हुए कमला नेहरू चौराहा। पक्का पुल से मड़ियांव चौराहा। 1090 से पीएनटी, होटल अवध क्लॉर्क अवध तिराहा मार्ग पर ई-रिक्शा का संचालन रुकेगा।
मेरे समय में ई-रिक्शा संचालन के लिए कोई रूट निर्धारण नहीं हुआ है। रूट निर्धारण का काम परिवहन विभाग का है। यातायात पुलिस की जो जिम्मेदारी ई-रिक्शा संचालन में होगी वह उसे पूरा कराएगी:- श्रवण कुमार सिंह, एडीसीपी ट्रैफिक यातायात के दबाव को देखते हुए शहर के मार्गों पर रूट निर्धारण का काम कमिश्नरेट होने के कारण पुलिस का है। ई-रिक्शा बिना परमिट के चलते हैं। उन्हें किस रूट पर रोका जाएगा और कहां चलने दिया जाएगा यह पुलिस अथवा प्रशासन के बडे़ अधिकारी तय करते हैं। हमारे दायरे में नहीं आता है:- रामफेर द्विवेदी, आरटीओ
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